पत्थर भी भगवान बनते है
तेरी नजर से जग में उजाला छाता है
तेरी नजर से दुनिया बनती बिगडती है
तेरे जब लहराते केश घुंघराले
काली घटा घिर-घिर के आती है
तेरी मुस्कान से कलिया सुमन बन मुस्कराती है
तेरी चितवन से जग में मधुमाश छाता है
जो ख़ुशी के हर रंग लाता है
तेरे होंठो की लाली सुबह का श्रिंगार करती है
तेरे रूप की आभा से तारे नखत में झिलमिलाते है
तेरे पायल की रुनझुन से
साज राग को मल्हार करती है
तेरी लेखनी से योगी ह्रदय
मधुर गीत का निर्माण करती है
कहाँ तक कहूं मै महिमा तेरी
तेरी अधरों से गीत सरगम पे साज रचाते है
तेरी ही ह्रदय से कंठ के तार खुलते है
तेरी छाया में संसार के घरबार चलते है
तेरी कृपा से योगी के पत्थर भी
भगवान बनते है
यह एक सूफी रचना है जिसका अर्थ प्रेमिका और माँ दोनो से है
तेरी नजर से जग में उजाला छाता है
तेरी नजर से दुनिया बनती बिगडती है
तेरे जब लहराते केश घुंघराले
काली घटा घिर-घिर के आती है
तेरी मुस्कान से कलिया सुमन बन मुस्कराती है
तेरी चितवन से जग में मधुमाश छाता है
जो ख़ुशी के हर रंग लाता है
तेरे होंठो की लाली सुबह का श्रिंगार करती है
तेरे रूप की आभा से तारे नखत में झिलमिलाते है
तेरे पायल की रुनझुन से
साज राग को मल्हार करती है
तेरी लेखनी से योगी ह्रदय
मधुर गीत का निर्माण करती है
कहाँ तक कहूं मै महिमा तेरी
तेरी अधरों से गीत सरगम पे साज रचाते है
तेरी ही ह्रदय से कंठ के तार खुलते है
तेरी छाया में संसार के घरबार चलते है
तेरी कृपा से योगी के पत्थर भी
भगवान बनते है
यह एक सूफी रचना है जिसका अर्थ प्रेमिका और माँ दोनो से है
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