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अरविन्द योगी

मै कोई ख्वाब नहीं जो टूटकर बिखर जाऊंगा, मै तो वो हकीकत का आइना हूँ जो हर नजर और नजरो में नजर आऊंगा , अरविन्द योगी

ARVIND YOGI

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    नयनो की गहराई में यादों की पुरवाई में रिश्तों की रुसवाई में अगन ये किसने लगायी है दिल अपना प्रीत पराई है कितना खारा जल होता है नयनो क...
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    उजालों की कशिश वो समझती है उजालों की कशिश वो समझती है ज़िन्दगी जो अंधेरों में भटकती है ! हमसफ़र ना कोई ,ज़िन्दगी चलती है सांसो में कमी...
  • तुम हो भारत के क्रांति पवन !
    तुम हो भारत के क्रांति पवन ! खतरे में है तुम्हारा वतन  बांध लो तुम सर पे कफ़न  प्यार का गुलिस्ता ये चमन  करो दिलो जान से  जतन  ...
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    भारत का हर जवान शहीद मंगल है ! रक्त में स्वाभिमान की अविरल धार है सम्मान ही हमारे जीवन का आधार है माटी में पैदा हुयें ,माटी से हमें प्य...
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arvindyogi
वाराणसी, उ .प्र, India
उसका मुस्कराना यूँ लगता था जैसे चांदनी रात का महामिलन था मिलन था दरिया के दो किनारों का मिलन था हकीकत और यादो का मन के निर्मल पन्नो को आंसुओ से भीगना था योगी जिंदगी तो बस दर्द में भी मुस्कराना था yogi.arvind92@gmail.com
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